Railway Ticket Booking:आरक्षित टिकट बुकिंग के बदले गए नियम,दलालों पर लगेगा अंकुश, कन्फर्म टिकट के बढ़ेंगे Chance
सार
Rules for booking reserved tickets: रेलवे ने आरक्षण टिकट बुकिंग के नियम बदल दिए हैं। यह बदलाव दिनों की संख्या को लेकर हुआ है। इस नियम से दलालों पर अंकुश लगेगा।
विस्तार
पहली नवंबर से पैसेंजर ट्रेनों में एडवांस टिकट बुकिंग दो महीने पहले से करा सकेंगे। जबकि अभी तक यह पीरियड चार महीने का था, जिसे घटा दिया गया है। इससे यात्रियों को खासी राहत हो जाएगी तथा दलालों पर भी लगाम लगाने में मदद मिलेगी। दरअसल, रेलवे प्रशासन की ओर से ट्रेनों में एडवांस रिजर्वेशन पीरियड(एआरपी) दिया जाता है। जिसके खुलने पर यात्री अपनी योजना के अनुसार टिकटों की बुकिंग करवा लेते हैं। एआरपी में समय-समय पर यात्रियों की सुविधा के अनुसार बदलाव किए जाते रहे हैं। वहीं अब रेलवे बोर्ड ने एआरपी को घटा दिया है। पहले यह चार महीने यानी 120 दिन का होता था, जिसे घटाकर अब 60 दिन कर दिया गया है।
दलालों पर लगेगी लगाम
एआरपी घटा देने से दलालों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि चार महीने का एआरपी होने पर दलाल अधिकतर टिकटों की एडवांस बुकिंग कर लेते थे, जिसे मनमानी दरों पर यात्रियों को बेचा जाता था। अब दो महीने हो जाने से इस पर अंकुश लगाई जा सकेगी और यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग आसान होगी। दलाल टिकटों की ब्लॉकिंग नहीं कर सकेंगे।
एडवांस रिजर्वेशन पीरिएड चार महीने की जगह दो महीने होने से यात्रियों को भले ही फायदा हो, लेकिन रेलवे का नुकसान होगा। अभी चार महीने पहले टिकट बुक होने पर रेलवे को एडवांस में धनराशि मिल जाती थी, अब इसमें घटोत्तरी दर्ज होगी। मसलन, चार महीने पहले टिकट बुकिंग पर यात्रियों से एडवांस में सौ करोड़ रुपये मिलने पर रेलवे के पास फंड रहता था। फिर अधिकतर मामलों में एआरपी में बुक टिकट कैंसिल हो जाते थे, जिसका कैंसिलेशन चार्ज भी रेलवे को मिलता था।